टैक्स जमा करने में फर्जीवाड़ा, चेक हुए बाउंस

हाउस टैक्स जमा करने में भी अब बकाएदार फर्जीवाड़ा कर अधिकारियों को गुमराह कर रहे हैं। सीलिंग की कार्रवाई से बचने के लिए बकाएदार नगर निगम की टीम को चेक तो दे रहे हैं, लेकिन इनमें से करोड़ों के चेक बाउंस हो चुके हैं। ऐसे में शासन की ओर से तय वसूली के लक्ष्य को पूरा करने के लिए जोनल स्तर से बकाएदारों पर सख्ती और चेक बाउंस होने पर उनके खिलाफ एनआई की धारा-138 में चेक बाउंसिंग का वाद दायर किया जा रहा है।
वाद से पहले चेक देने वाले लोगों को नोटिस भेजा जाता है और 15 दिन का समय पूर्ण होने पर कोर्ट में वाद दायर कर दिया जाता है। बीते दिनों वसुंधरा जोन में एंजल मॉल पर 1.18 करोड़ बकाया होने पर निगम को आठ चेक दिए गए थे। इसमें से 7.87 लाख रुपये का सिर्फ एक चेक कैश हुआ, बाकी चेक बाउंस हो गए। मोहन नगर जोन में पॉलीथिन जब्त मामले में एक व्यक्ति की ओर से जुर्माना भरने के लिए एक लाख रुपये का चेक दिया गया था, यह भी बाउंस हो गया। कविनगर जोन में विनायक फार्म हाउस संचालक की ओर से दिया गया पांच लाख का चेक भी बाउंस हो गया। इस प्रतिष्ठान पर 11.50 लाख से ज्यादा की रकम बकाया है। सिटी जोन में भी 4 लोगों की ओर से निगम कोष में जमा कराए गए चेक बाउंस हो गए हैं। निगम अधिकारियों ने बैंकों से इनकी डिटेल मांगी है। मुख्य कर निर्धारण अधिकारी डा. संजीव सिन्हा ने बताया कि विधि विभाग के माध्यम से 4-5 लोगों को खिलाफ कोर्ट में वाद दायर किया जा चुका हैं। अभी अन्य लोगों का ब्योरा तैयार कराया जा रहा है। जिन बकाएदारों के चेक बाउंस हुए हैं, उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया जाएगा।